कभी कभी ....
सुबह की सतरंगी धुप भरी भोर..
दिखती है, एकदम अलग
एक अलग मायने के साथ
और जिंदगी
में कुछ खुबसूरत पल
खिल उठते हैं
कलियों से फूलो में बदलते हुए....
जिंदगी पाती है
एक नया खुबसूरत अर्थ
बदलता हुआ आयाम..
पाता है एक विस्तार जिंदगी में
कहीं दूर से आने वाली आवाज
...... की तरंगे
संगीतमय लगती है कानो को....
गुद-गुदा देती है ...
है ना............!
मन...
मन का आँगन
हो जाता है सुवासित !
बहुत सी छोटी छोटी बातें
अनाम यादें
अनकहा रिश्ता
हमें रचता है
ऐसे ही तो बन जाती है
जिंदगी.....
खुशनुमा कभी कभी .... !
आशाओं के कण से
सिंची एक हरी भरी बेल सी.......!..
दिलकश............!!
सिंची एक हरी भरी बेल सी.......!..
दिलकश............!!
कर देती है अन्दर
तरोताजा कभी कभी .... !!!
जैसे छोटे बच्चे के
मुख से टपक रहा हो
केडबरी चोकलेट का रस....!!
या अभी अभी हुई
तरोताजा कभी कभी .... !!!
जैसे छोटे बच्चे के
मुख से टपक रहा हो
केडबरी चोकलेट का रस....!!
या अभी अभी हुई
बारिश की बूंदों से
भींगा हुआ खुबसूरत सा
हसीन चेहरा !!
.
49 comments:
जैसे छोटे बच्चे के
मुख से टपक रहा हो
केडबरी चोकलेट का रस....!!
बस यही तो है ज़िन्दगी मुकेश :)))
खूबसूरत जिंदगी....खूबसूरत अभिव्यक्ति.....
बहुत बढ़िया..
bahut hi umada.....abhi barish ho rahi hai aur usse mel khati ye aap ki behtarin rachana....keep it up
प्रकृति के साथ अच्छा तारतम्य प्रस्तुत किया है. बहुत सुंदर रचना.
अनाम यादें
अनकहा रिश्ता
हमें रचता है
ऐसे ही तो बन जाती है
जिंदगी.....
बिल्कुल .. .बेहतरीन भाव लिए उत्कृष्ट अभिव्यक्ति ।
आशाओं के कण से
सिंची एक हरी भरी बेल सी.......!..
दिलकश............!! कर देती है अन्दर
तरोताजा कभी कभी .... !!!
बहुत सुंदर प्रस्तुति ॥
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...
सुन्दर...
sundar abhivyakti ...
मासूम , सुन्दर ... प्रकृति के हर कोने में सजीवता भर गई और ज़िन्दगी संगीतमय हो उठी
ज़िन्दगी को जिस ढंग से सोच लो वैसी ही है ..रसभरी .मासूम ,या आँखों में चेहरे में टिकी किसी हुई किसी ओस की बूंद सी ..सुन्दर अभिव्यक्ति ..
जिन्दगी के हसीन पन्नों को उलटती - पलटती कभी कुछ कहती कभी कुछ सुनती हाँ कभी केडबरी सी मिठास तो कभी बदहवास कर देती जिंदगी हाँ इसी खट्टे - मीठे अहसास का नाम ही तो है जिन्दगी |
खूबसूरत अहसास से सजी ये आपकी जिंदगी बहुत सुन्दर |
बारिश की बूंदों से
भींगा हुआ खुबसूरत सा
हसीन चेहरा !!
ऐसे ही खुशनुमा जिंदगी ,
हमेशा रहे तो लाजबाब रहे .....
जिन्दगी का बर्णन करने का
अनोखा ढंग .... उम्दा प्रस्तुति ....
गज़ब....भोर की पहली किरण सी सुहानी कविता .
उत्साह का संचार होते ही सब हरा भरा लगने लगता है..
मन का आँगन
हो जाता है सुवासित !
बहुत सी छोटी छोटी बातें
अनाम यादें
अनकहा रिश्ता
हमें रचता है
ऐसे ही तो बन जाती है
जिंदगी..... BAS YAH TO ZINDGI HAI
बहुत अच्छी प्रस्तुति!
इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (17-06-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
जीना इसी का नाम है ....:)
जिंदगी के कुछ नए रिश्तों के नाम पर .....चलो कुछ मीठा हो जाए दोस्त ...
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बेहतरीन रचना
दंतैल हाथी से मुड़भेड़
सरगुजा के वनों की रोमांचक कथा
♥ आपके ब्लॉग़ की चर्चा ब्लॉग4वार्ता पर ! ♥
♥ पढिए पेसल फ़ुरसती वार्ता,"ये तो बड़ा टोईंग है !!" ♥
♥सप्ताहांत की शुभकामनाएं♥
ब्लॉ.ललित शर्मा
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बहुत ही गहरे भावो की अभिवयक्ति......
जीवन से जुड़े सरल भाव..... यही ज़िन्दगी है ...
क्या बात है हुज़ूर ... बहुत खूब ... जय हो !
इस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - बुंदेले हर बोलों के मुंह, हमने सुनी कहानी थी ... ब्लॉग बुलेटिन
प्रकृति और जिंदगी का अद्भुत मिश्रण ....
जोरदार प्रस्तुति |
टिप्पणियां भी मनभावन ||
वाकई जिंदगी को खूबसूरत बना दिया है आपने मुकेश... बारिस में भीगा हुआ... बहुत खूब...
खुबसूरत भाव जैसे ताजे ओसकण !
जिंदगी का अपने आप में कोई अर्थ नहीं, अर्थ हमें ही देने है
ताकि जीवन का यह सफ़र आसानी से तय किया जा सके
गुनगुनाते गीत गाते !
सुन्दर रचना है सर!
इसको शेअर करने के लिए आभार!
gahan bhaav ...liye sundar rachna ...shubhkamnayen .
अनकहा रिश्ता
हमें रचता है
ऐसे ही तो बन जाती है
जिंदगी.....
.खूबसूरत अभिव्यक्ति.....
सतरंगी धूप से खूबसूरत पल खिल उठते हैं , कलियाँ जो फूलों में बदलती है ...
मीठी शहद घुली कविता .
खूबसूरत, धूप
बहुत सी छोटी छोटी बातें
अनाम यादें
अनकहा रिश्ता
हमें रचता है
ऐसे ही तो बन जाती है
जिंदगी.....
....सच में जिंदगी ऐसे ही बन जाती है...बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...
बहुत अच्छा लिखा है
बहुत सी छोटी छोटी बातें अनाम यादें अनकहा रिश्ता हमें रचता है ऐसे ही तो बन जाती है जिंदगी....खूबसूरत जिंदगी
आज आपके ब्लॉग पर बहुत दिनों बाद आना हुआ अल्प कालीन व्यस्तता के चलते मैं चाह कर भी आपकी रचनाएँ नहीं पढ़ पाया. व्यस्तता अभी बनी हुई है लेकिन मात्रा कम हो गयी है...:-)
"बहुत सी छोटी छोटी बातें
अनाम यादें
अनकहा रिश्ता
हमें रचता है
ऐसे ही तो बन जाती है
जिंदगी....."
बहुत ही सुंदर ..दिल के करीब लगती है यह कविता !
जिन्दगी जब चाकलेट की तरह मीठी होती हैं तो चारो और रंगीनियाँ ही रंगीनियाँ नज़र आती है --हम हवा के हिंडोले में सवार उड़ते रहते है ..पर यदि कभी करेली की तरह कडवी हुई तो हम रोकर ढिंढोरा क्यों पिटते रहते है .?..यह जीवन की सच्चाई मुझे समझ नहीं आती ...?
वैसे भी कहते है न 'जिन्दगी कैसी है पहेली हाय,कभी ये हँसाए कभी ये रुलाए'.....
bahut khoob....jindagi kay bahut sare rang piro diye apne shabdo may
जिंदगी के इतने dimensions को अपनी कविता में cover करना ..वो भी सीमित शब्दों में.. ये तो एक अच्छा कवि ही कर सकता है ..जो कि आप है .. मुझे बच्चे वाला प्रसंग बहुत अच्छा लगा. मन को गुदगुदा गया...आभार
उत्कृष्ट अभिव्यक्ति ।
Anand Dwivedi अभी और डूबो मुकेश देखना और क्या क्या मिलता है ...बहुत सुंदर अब कई रचनाओं से एक अधिक परिपक्वता कि झलक मिलने लगी है ...जितना ही डूबोगे जीवन में खुद में उतना ही बेबाक और सुंदर होते जाओगे
खुद ही देखो ना ....
.....
बदलता हुआ आयाम..
पाता है एक विस्तार जिंदगी में
कहीं दूर से आने वाली आवाज
...... की तरंगे
संगीतमय लगती है कानो को....
गुद-गुदा देती है ...
है ना............!
मन...
मन का आँगन
हो जाता है सुवासित !
बहुत सी छोटी छोटी बातें
5 minutes ago · Unlike · 1
....
.....
जैसे छोटे बच्चे के
मुख से टपक रहा हो
केडबरी चोकलेट का रस....!!
या अभी अभी हुई
बारिश की बूंदों से
भींगा हुआ खुबसूरत सा
हसीन चेहरा !!
वाह! बेहतरीन!
Shashi Mittal कभी ख़ुशी की आशा ,
कभी गम की निराशा ,
कभी सपनों की चांदनी .
कभी हकीकत की छाया .
कभी खोकर कुछ पाने की आशा,
शायद यही है ज़िन्दगी की परिभाषा..
20 hours ago · Unlike · 2
Shweta Agarwal ऐसे ही तो बन जाती है
जिंदगी.....
खुशनुमा कभी कभी .... !
आशाओं के कण से सिंची एक हरी भरी बेल सी.......!
..दिलकश............!!
कर देती है अन्दर तरोताजा कभी कभी .... !!!
waaaaaaaaaaaaaaaaaaaaahh Zindagi ka khubsurat jazbaa jo har dil mein panapta hai...aapka andaaz-e-bayaan kya khub hai....waaaaaaaahh...sidhe dil ki baat zubaan par....jo mehsus kiya wo aankho ke saamne....bahut badhiya...padh kar sukun mila.....chain se aah nikli....super lyk...:)
3 hours ago · Unlike · 1
padhkar laga zinadagi sach me khoobsurat hai
बहुत खूब !
जैसा सोचते हैं वैसी दिखती है ज़िंदगी.
मुख से टपक रहा हो
केडबरी चोकलेट का रस....!!
या अभी अभी हुई
बारिश की बूंदों से
भींगा हुआ खुबसूरत सा
हसीन चेहरा !!
क्या बात है
जैसे छोटे बच्चे के
मुख से टपक रहा हो
केडबरी चोकलेट का रस....!!
बहुत सुंदर प्रयोग .....!!
khoobsurat zindagi ki khoobsurat baatein.... :)
बहुत ही सुन्दर....
ज़िन्दगी की खूबसूरत राहें दिख रही हैं, सुन्दर रचना, बधाई.
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