जिंदगी की राहें

जिंदगी की राहें

Followers

Friday, February 8, 2013

"पगडंडियाँ का विमोचन"


शुभ प्रभात दोस्तों :)

हाँ तो मैं आज अपनी हमसबकी कविता संग्रह "पगडंडियाँ" की बात करने आया हूँ। ये सबको पता है की हिन्दी की पुस्तकें बहुत कम बिकती हैं फिर भी एक कहानी की पुस्तक तो बेस्ट सेलर हो सकती है, पर कविता संग्रह वो भी नौसिखिया रचनाकारों की बिक पानी बहुत ही मुश्किल का काम है। 

पिछले दिनो हिन्द-युग्म द्वारा प्रकाशित श्री किशोर चौधरी की "चौराहें पर सीढ़ियाँ", श्री दिव्य प्रकाश दूबे की "Terms &Condition Apply" व श्री राकेश कुमार सिंह की "बम संकर टन गनेस" तीनों बेस्ट सेलर रही है .... और इनको धड़ल्ले से लोगो ने ऑनलाइन खरीदा है ... पर इन सबके बीच प्री-बूकिंग पर "पगडंडियाँ" द्वारा 50 की संख्या को पार करना ये दर्शाता है की हम नए रचनाकारो को भी लोग पसंद करते हैं ... बेशक ये बाद मे पता चलेगा की हम सब अपने पाठक को अपनी रचनाओं से कितना संतुष्ट कर पाये ॥ वैसे भी इसकी दस-दस प्रति सारे 28 रचनाकारों के हाथो से होती हुई भी पाठको तक पहुंचेगी ... अर्थात हम ये कह सकते हैं की शायद ये पुस्तक सफल रही ... फिर अभी इस पुस्तक का विमोचन होना बाकी है... उसके बाद भी पुस्तक सारे ऑनलाइन साइट्स पर उपलब्ध रहेगी ....

तो मेरी आप सबसे दिली इल्तजा है की हमे पढ़ें, हमे आप सबके शुभकामनाओं की जरूरत है ...

150 रु. की पुस्तक सिर्फ 105 रु. मे ebay.in पर और 120 रु. मे और सारे साइट्स पर उपलब्ध है .... तो फिर एक क्लिक की देर है ... पुस्तक आपके हाथो मे होगी......
और हाँ, अपनी प्रतिक्रिया जरूर बताएँगे.......... इंतज़ार रहेगा
अंत मे ............

हम "पगडंडियाँ" के हमराही,
हम 28 नौसिखिये रचनाकार के समूह
अपनी खुशियों मे करना चाहते हैं
आपको शामिल .....
चाहते हैं आपकी शुभकामनायें
आपकी गरिमामय उपस्थिति
आप सबका प्रदीप्त सान्निध्य
तो आएंगे न ...
जरूर आइएगा
इंतज़ार करेंगे हम सब.......

"पगडंडियाँ का विमोचन"
विश्व पुस्तक मेला, प्रगति मैदान, नई दिल्ली
हाल न. 18, (ऑडिटोरियम 3, प्रथम तल)
दिनांक 10 फरवरी 2013
समय: 2.30 से 4.30 साँय



इंतज़ार करेंगे :)