कब और कैसे शेर सुनाऊं!!
हो जाये भोर, छिटके हरीतिमा
...तो शेर सुनाऊं!!
गरम चाय का कप
सुबह सुबह जबरदस्ती उठाना...
तो कैसे शेर सुनाऊं!!
बच्चो कि तैयारी
प्यारी की फुहारी..
तब शेर कैसे सुनाऊं!!
टूथ ब्रश, सेविंग ब्रश, जूते का ब्रश
सबको है जल्दी...
कैसे शेर सुनाऊं!!
आफिस के लिए हो रहा लेट
करना है नाश्ता...
कैसे शेर सुनाऊं!!
सामने पड़ी है फाइलें
काम का बोझ
किस तरह शेर सुनाऊं !!
दिमाग में चल रहे हैं
छत्तीस काम
कहाँ से शेर लाऊं !!
हो गयी शाम
पहुंचे घर
बच्चो की फरमाइश
दब गयी शेर...
अब शेर कैसे सुनाऊं!!
सब्जी, दूध, राशन
पर्स में पैसे
आमदनी अट्ठन्नी
खर्चा रुपैया
शेर हो गया ग़ुम.
कैसे शेर सुनाऊं !!
हो गयी रात
प्रिये के बंधन में
आने लगी नींद..
खिलने लगे खबाब
ऐ!!!
कानो में प्यार के बोल
क्या? प्यार से शेर बुदबुदाऊं........!!!!