ये वाइल्ड फेंटेसिस
और उसमे सिर्फ तुम
सच में, ढाती है कहर !
अस्पताल का
बेड न. 26, वार्ड न. 3
उसके जिस्म से जुड़ा मशीन
दिखा रहा था
सारे ग्राफ मौत के
करीब ..
उसके बदन से जुड़े थे
ढेरों पाइप
जिसमें से जा रहा था
ब्लड,
फूड पाइप भी थी
जुड़ी
आंखो के सामने
धुंधला दृश्य
पावर शायद होगा +15
या +16
पर डाक्टर का
आश्वासन
जिंदगी अभी बाकी है
....
पर वो वाइल्ड
फेंटेसिस
जिसमे थी सिर्फ तुम ! तुम !
एक कातिल मुस्कुराहट
के साथ!
और फिर
10-12 दिन से एडमिट
रोगी ..
जिस्म हो गया उसका
ठंडा-निस्तेज-निर्विकार !
29 comments:
BHAYANK FANTASY...
रोंगटे खड़े हो गए ........
शब्दश: एक आकृति ... सामने सजीव हो उठी
(Y)...uff vo fantasy ..
शब्दचित्र उभर आया पढ़ते हुए ..कुछ अलग है यह ..
ये फेंटेसी है या नाईट मेयर !!!!
अनु
रोंगटे खड़े हो गए सच ही....
ये कैसी फ़ैंटेसी …………ऐसे डराते हैं क्या ?
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा शनिवार (13 -4-2013) के चर्चा मंच पर भी है ।
सूचनार्थ!
रोमांचित करता स्वप्न
क्या कहें इसे? करुना आनन चाहती है, आ नहीं पाती. भयानक तो नहीं कहेंगे इसे लेकिन वह हावी है और एक अजीब सा विम्ब सोचती है है. मुकेश जी यहाँ तो पहचान करनेवाले लाद्खादा जायेंगे. ऐसी परीक्षा न लो यार. चित्र कितना भायक लगी रखी है, यहाँ दया उमड़ती है तो सिहरन भी. कौन सा रस इसमें कहा जाय इसी सोच में पड़ा हुआ हूँ.
क्या कहें इसे? करुना आनन चाहती है, आ नहीं पाती. भयानक तो नहीं कहेंगे इसे लेकिन वह हावी है और एक अजीब सा विम्ब सोचती है है. मुकेश जी यहाँ तो पहचान करनेवाले लाद्खादा जायेंगे. ऐसी परीक्षा न लो यार. चित्र कितना भायक लगी रखी है, यहाँ दया उमड़ती है तो सिहरन भी. कौन सा रस इसमें कहा जाय इसी सोच में पड़ा हुआ हूँ.
इसे पढ़कर एक अस्पताल का एक दृश्य सा उभरकर आरहा है सामने... :)
भावात्मक अभिव्यक्ति dara diya aapne to . आभार नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें नरेन्द्र से नारीन्द्र तक .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MANजाने संविधान में कैसे है संपत्ति का अधिकार-1
ये क्या था ..... :0
uda di need meri aap ne kyun?
बहुत बढ़िया
Anokha shabd chitr
ई फ़ैंटेसी है या फ़ैंटेसी की ऐसी तैसी है जी :)
बहुत सुन्दर लेखन | पढ़कर आनंद आया और पता चला के क़िबला फंतासी ऐसी भी होती हैं | आप ज़रूर अनोखे हैं तभी ऐसी अनोखी फंतासी सोचते हैं हुज़ूर | आशा है आपकी मनोकामना पूरी हो और आप अपने लेखन से ऐसे ही हमे कृतार्थ करते रहेंगे | आभार
कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
Tamashaezindagi FB Page
एक कातिलाना अंदाज़ ... क्या है ये सब ?
ऐसी फैंटेसी ..उफ़ तौबा!
डर लगता है
A scene from a Horror movie!
Please visit-
http://voice-brijesh.blogspot.com
डरावना ख्वाब, पर सुन्दर शब्द चित्र ...
वाह !! कुछ हटके !! :-)
बेहतरीन रचना
पधारें "आँसुओं के मोती"
बहुत ही सुदर अभिव्यक्ति |
http://utkarshita.blogspot.in/
Post a Comment