बोतल, बिसलरी या किसी अन्य मिनरल वाटर की
बोतल, बियर या शराब के अलग अलग ब्रांड का
बोतल, विटामिन टौनिक या जीवन रक्षक दवा का
पर बोतल, थे सारी के सारी खाली, एक दम खाली !!
बोतल थे ढेरों, कबाड़ी वाले छोरे के
नाजुक कंधे पर, अटके बोरे मे ...
बोतल, जब होंगे, ये भरे व सीलबंद
तो होगा हर का अपना वजूद
बोतल, जिसके रैपर पर होगी एमआरपी
अंदर के द्रव की हैसियत होगी अलग अलग
बोतल का द्रव बचाता होगा जान
पर ये भी हो सकता है, हर ले प्राण
बोतल, है न इंसान की तरह ही एकदम
कोई संत, कोई हत्यारा, तो कोई विद्वान
बोतल! बोतल!! अब सिर्फ खाली बोतल
छोड़ो! उसके पुराने रूप को, इसके अंदर के द्रव को
बस देखो, आज, अभी, छोरा खुश है
कमजोर कंधे पर जिसके बोरी मे भरी है बोतल
आज उसके चेहरे पे चमक है
उसके जगमगाते सपने से भरी बोतल............
25 comments:
उत्तम प्रस्तुति-
आभार आपका-
bahut badiya
recent post
अपने ब्लॉग की लिंक को दें rainbow color effect इस छोटे से कोड से
ये इन्सान ही है जो बोतल को हर रूप में ढाल देता है ... वर्ना उस बेजान की क्या बिसात ...
बोतल में बंद विचारों.. बिम्बों.. के जिन्न को आपने आज़ाद कर दिया.. इश्वर करे वो नाज़ुक कन्धों वाला नन्हा छोरा अलादीन की किस्मत पा जाये...
रोज़मर्रा के जीवन से ले हुयी एक आम सी बात की भावुक प्रस्तुति.. बहुत भाई..
बढ़िया है जी....
बोतल में जिन्न का ज़िक्र भी कर देते.....
और हाँ बोतल स्त्रीलिंग शब्द है...मिनरल वाटर "का" बोतल कि जगह "की" बोतल लिखना था न...
:-)
अनु
आपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल गुरुवार (25-07-2013) को "ब्लॉग प्रसारण- 66,सावन के बहारों के साथ" पर लिंक की गयी है,कृपया पधारे.वहाँ आपका स्वागत है.
बहुत बढ़िया लगी आपकी यह रचना ...बोतल भी ढली कविता में ..बढ़िया प्रयास :)
बढ़िया अभिव्यक्ति बोतल पर.....
बढ़िया अभिव्यक्ति बोतल पर.....
बहुत ही उत्तम रचना...
:-)
उत्तम प्रस्तुति
वाह ...कितनी उत्तमता से बोतल और बोतल उठाने वाले की खुशी को परिभाषित कर दिया .....बहुत खूब
भरी बोतलें कितनी मँहगी,
खाली एकदम खाली खाली।
बढ़िया पोस्ट... :)
बोतल महिमा अपरंपार है. लाजवाब.
रामराम.
एक बढ़िया रचना
जी हाँ बोतल के बिना काम भी नहीं चलता , बचपन में दूध की बोतल से ले कर बुढ़ापे में दवाई की बोतल तक ....
खाली बोतल और संवेदन हीन व्यक्ति एक जैसा है
latest postअनुभूति : वर्षा ऋतु
latest दिल के टुकड़े
बोतल और इंसान के बीच के साम्य को रेखांकित करती रचना...!
band hai botal me insa,aur botal band hai
वाह ... बहुत ही बढिया
बोतल भी कितने तरह की होते है एक बोतल पनि इंसान की जान बचा लेता है ओर बोलता वो इंसान का घर जला देते है बहुत खूब कविता है एक बहुत की अच्छे विचार
ati uttam
bahut khoob
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