सुना था इक्कीस दिसम्बर को धरती होगी खत्म
पर पाँच दिन पहले ही दिखाया दरिंदों ने रूप क्रूरतम
छलक गई आँखें, लगा इंतेहा है ये सितम
फिर सोचा, चलो आया नया साल
जो बिता, भूलो, रहें खुशहाल
पर आ रही थी, अंतरात्मा की आवाज
उस ज़िंदादिल युवती की कसम
उसके दर्द और आहों की कसम
हर ऐसे जिल्लत से गुजरने वाली
नारी के आबरू की कसम
जीवांदायिनी माँ की कसम, बहन की कसम
दिल मे बसने वाली प्रेयसी की कसम
उसे रखना तब तक याद
जब तक उसके आँसू का मिले न हिसाब
जब तक हर नारी न हो जाए सक्षम
जब तक की हम स्त्री-पुरुष मे कोई न हो कम
हम में न रहे अहम,
मिल कर ऐसी सुंदर बगिया बनाएँगे हम !!!!
नए वर्ष मे नए सोच के साथ शुभकामनायें.....
43 comments:
बहुत बढ़िया मुकेश जी इसी का नाम जीवन है शायद
परंतु
" हर ऐसे जिल्लत से गुजरने वाली"
मुकेश जी ऐसे हादसों में औरत ज़िल्लत से नहीं गुज़रती वो तो बहादुरी से लड़ती है ,,ज़लील तो वो लोग होते हैं जो इतनी नीच हरकत करते हैं
मंगलमय नव वर्ष हो, फैले धवल उजास ।
आस पूर्ण होवें सभी, बढ़े आत्म-विश्वास ।
बढ़े आत्म-विश्वास, रास सन तेरह आये ।
शुभ शुभ हो हर घड़ी, जिन्दगी नित मुस्काये ।
रविकर की कामना, चतुर्दिक प्रेम हर्ष हो ।
सुख-शान्ति सौहार्द, मंगलमय नव वर्ष हो ।।
मिल कर ऐसी सुंदर बगिया बनाएँगे हम !!!!
नए वर्ष मे नए सोच के साथ शुभकामनायें.....
* A Very Happy New Year 2013 *
सार्थक रचना.....
आपको सहपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ...
:-)
जब तक इन्साफ ना मिले , घटनाओं पर रोक ना लगे , ये जख्म ना भूले !
सार्थक रचना !
बहुत शुभकामनायें !
इक बरह्मन ने कहा है कि ये साल अच्छा है...आपकी और देश की आकांक्षाएं और आशायें फलीभूत हों...इन्हीं शुभकामनाओं के साथ...नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं...
धरती हर रोज बिलखती है
नाम अनाम आंसुओं से सिंचित हो
आओ उन आंसुओं को दृढ़ता से पोछें - शुभकामनायें
नया साल शुभ हो ....शुभकामनाएं बहुत बहुत
वाह .. खुशहाल समाज की कामना के साथ सुन्दर अति उत्तम सन्देश ..आपको व् सभी मित्रजनो को अनंत शुभकामनाये ... !!
वाह .. खुशहाल समाज की कामना के साथ सुन्दर अति उत्तम सन्देश ..आपको व् सभी मित्रजनो को अनंत शुभकामनाये ... !!
बेह्तरीन अभिव्यक्ति
नब बर्ष (2013) की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
मंगलमय हो आपको नब बर्ष का त्यौहार
जीवन में आती रहे पल पल नयी बहार
ईश्वर से हम कर रहे हर पल यही पुकार
इश्वर की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार.
नव वर्ष की शुभकमनाएं....
सार्थक रचना .... नव वर्ष की मंगल कामना
बस उसी दिन नव वर्ष की खुशियाँ सुकून पायेंगी
जब इंसाफ़ की फ़सल लहलहायेगी
और हर बेटी के मुख से डर की स्याही मिट जायेगी
सार्थक रचना
आपको सहपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ...
:-)
मिल कर ऐसी सुंदर बगिया बनाएँगे हम !!!!
नए वर्ष मे नए सोच के साथ शुभकामनायें.....
bahut khub
जल्द ही भयमुक्त समाज मिले...इसी आशा के साथ
नव वर्ष की अनंत शुभकामनाएँ !!
नव वर्ष मंगलमय हो....
नव-वर्ष मंगलमय हो ,नयी उम्मीदों के साथ
मार्मिक रचना .....
नब वर्ष मंगलमय हो ....
नए वर्ष मे नए सोच के साथ आने वाला हर लम्हा शुभ हो
अनंत शुभकामनाएं
आभार
बहुत ही उमीदों के साथ नववर्ष की हार्दिक बधाई .....उम्दा रचना!
सबके लिए स्वच्छ मंगलकामना के साथ
नववर्ष की शुभकामनाएँ
बहुत अच्छी और सार्थक रचना .......नव -वर्ष की मंगल कामनाएं
बहुत सार्थक रचना..नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें!
आइये हम सब मिलकर प्रण करें ...की आनेवाले साल को मील का पत्थर बनायेंगे
aamen!!!!
बहुत सुन्दर रचना ! नव वर्ष की आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं !
आमीन ...
नव वर्ष कुछ ऐसे संकल्प लेने का समय है ...
मंगलमय हो २०१३ ...
इससे बढकर कोई संकल्प नहीं हो सकता!!
आने वाला वर्ष किसी के दामन में इतना दर्द न दे जितना जाता वर्ष दे गया हैं :(
कितना छोटा सा जीवन हैं
जिसे जी रहे हैं हम ।
ओर इसी पर इतराते हैं हम
ना जाने क्या क्या जताते हैं हम
और नव वर्ष को धूम से मनाकर
उम्र का एक वर्ष घटाते हैं हम \
भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर
भ्रष्टाचारी नेता /नौकरशाह बनाते हैं हम
और फिर
अन्ना को हाथो में उठाते हैं हम !
आतंकियों से वार्ताए कर
आंतंकवादी बढ़ाते हैं हम
और फिर
कसाब को फांसी देकर चुपके से
आतंक विरोधी कहलाते हैं हम !
जात बिरादरी के नाम पर
विवाह रचाकर, इंसानों को
बाँट'ते हैं हम
और फिर
आरक्षण की लाइन में लग जाते हैं हम
नारी सब पर भारी कहकर
कोल्हू का बैल बनाते हैं हम
और फिर
पुरुष की हवस का
सामान बनाते हैं हम
कुल मिला कर
इस जीवन में
यही कुछ तो कर पाते हैं हम
आओ
नए वर्ष में यह निश्चय करे
पिछले पापो का प्रायश्चित करे
जितना सा भी जीवन हैं
इंसान बन कर जिए हम
सब अपने हैं
सबके सपने हैं
लिंग भेद, जाति
आर्थिक स्तर से आगे
बढ़ कर भ्रष्टाचार /आतंक वाद
मुक्त बनाये बनाये हम
अब तक जो भी हो गया सो हो गया
अब तो हाथ मिलकर सुख पाए हम
और आत्म सम्मान पाए हम ............ नीलिमा
शुभकामनाये 2013 की .सार्थक रचना !
बहुत शुभकामनायें !
हर मुराद हो पूरी..
चाहे तेरी हो या मेरी :-)
नववर्ष की शुभकामनाएँ......
अनु
जब तक की हम स्त्री-पुरुष मे कोई न हो कम
हम में न रहे अहम,
बस यही सबसे जरूरी है
सुन्दर रचना
बेहद अच्छी प्रस्तुति,
इस्मत जी ने सही कहा कि जलील तो वे दरिन्दे थे .
भैया , सही बोल रहे हो .. हमे बदलना है और बदलाव भी लाना होगा
ameen...aisa hi ho........apko nav varsh ki dhero shubkamnayein
ameen...aisa hi ho........apko nav varsh ki dhero shubkamnayein
पाँच दिन पहले संकेत तो आ गये थे, प्रलय के।
दिलों में जलती आग ही इस नये साल का बॉन फाइयर बनी हुई है....! आशा है, नये सवेरे की नयी बगिया में जागरूक कोपलें फूटेंगीं...
"नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ !" :)
(आपके Man ke Pankh ब्लॉग में टिप्पणी नहीं कर पा रहे ...)
~सादर!!!
नव वर्ष के लिए हार्दिक शुभकामनायें..सुंदर प्रस्तुति !
आपकी यह बेहतरीन रचना बुधवार 16/01/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!
नए वर्ष में कुछ नया हो, मंगलमय हो
बस सबको सौगन्ध खाने की ज़रुरत है...सुन्दर अभिव्यक्ति.
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