न्यूटन ने सिर्फ तीन नियम दिए थे
उन दिनों, हम बच्चों के लिए
वही थी आधी फिजिक्स
और एक तुम हो
कितनी तो बात मानता हूँ तुम्हारी
पर, हमारी केमेस्ट्री ठीक ही नहीं होती
जबकि भगवान ने भी तो
मेरी बायोलॉजी में बहने वाली नर्वस सिस्टम को
तुम्हारे अलिंद-निलय से जोड़ा है
हाय मैं क्या करूँ मर जाऊं
2 comments:
बहुत खूब ... विज्ञान और साहित्य ... कनफ्लिक्ट नज़र तो नहीं आता ...
बहुत सुंदर
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