ये वाइल्ड फेंटेसिस
और उसमे सिर्फ तुम
सच में, ढाती है कहर !
अस्पताल का
बेड न. 26, वार्ड न. 3
उसके जिस्म से जुड़ा मशीन
दिखा रहा था
सारे ग्राफ मौत के
करीब ..
उसके बदन से जुड़े थे
ढेरों पाइप
जिसमें से जा रहा था
ब्लड,
फूड पाइप भी थी
जुड़ी
आंखो के सामने
धुंधला दृश्य
पावर शायद होगा +15
या +16
पर डाक्टर का
आश्वासन
जिंदगी अभी बाकी है
....
पर वो वाइल्ड
फेंटेसिस
जिसमे थी सिर्फ तुम ! तुम !
एक कातिल मुस्कुराहट
के साथ!
और फिर
10-12 दिन से एडमिट
रोगी ..
जिस्म हो गया उसका
ठंडा-निस्तेज-निर्विकार !