एक घंटे तैतीस मिनट
लम्बे मोबाइल कॉल के बाद
घूमते सांय-सांय करते पंखे के नीचे
सिहरता हुआ, बंद आँखों के साथ
महसूस रहा था
प्रेम स्पंदित तेज धडकनों को
क्योंकि
प्रेमसिक्त वो ख़ास बोल
दूसरी तरफ से कहा जा चुका था
अंततः !
रूम मेट ने पूछा, झिड़कते हुए
क्या हुआ बे ?
आखिर, अचंभित व स्तब्ध
कुछ घबराहट भरे चेहरे के साथ
भविष्य के आगोश में
गुलाबी होंठो के फैंटेसी के साथ
स्वयं को महसूसते हुए
हकलाते हुए कह बैठा
- आज उसने कह ही दिया
"आई लव यू"
क्या हुआ बे ?
आखिर, अचंभित व स्तब्ध
कुछ घबराहट भरे चेहरे के साथ
भविष्य के आगोश में
गुलाबी होंठो के फैंटेसी के साथ
स्वयं को महसूसते हुए
हकलाते हुए कह बैठा
- आज उसने कह ही दिया
"आई लव यू"
तीन शब्दों का
बेहद स्निग्ध अंग्रेजी स्वरुप
कर रहा था अंदर तक
उद्वेलित
कि जैसे उन शब्दों में उसने देखा हो
मोहब्बत का विश्वरूप !
बेहद स्निग्ध अंग्रेजी स्वरुप
कर रहा था अंदर तक
उद्वेलित
कि जैसे उन शब्दों में उसने देखा हो
मोहब्बत का विश्वरूप !
अपनापन
आकर्षण का आवेग
प्यार भरी नजरें
सम्मोहन लबालब
मिलन की उत्कंठा
समर्पण बेहिसाब
सम्मिलन ... सब सब
आकर्षण का आवेग
प्यार भरी नजरें
सम्मोहन लबालब
मिलन की उत्कंठा
समर्पण बेहिसाब
सम्मिलन ... सब सब
प्लाट तैयार था
कहानी लिखी जा चुकी था
इंटरवल के बाद का मंचन भविष्य में था
कहानी लिखी जा चुकी था
इंटरवल के बाद का मंचन भविष्य में था